खरगोश पालन (Rabbit Farming) अपने घर में कैसे कर सकते हैं जानें- 2023

Rabbit Farming (खरगोश पालन)

rabbit farming

Table of Contents

खरगोश एक बहुत ही प्यारा सा दिखने वाला जानवर है । हाइब्रिड खरगोश पालिए सुनिश्चित लाभ कमाइए। 

खरगोश पालन क्या है(Rabbit Farming)

इसे Cuniculture भी कहते हैं।  जिस तरह से गाय पालन, बकरी, सुकर, बटेर, मुर्गी, बतख इत्यादि जानवरों का पालन कर व्यवसायिक लाभ प्राप्त किया जाता है । उसी प्रकार विदेशी प्रजाति के खरगोशों (Rabbits) का व्यवसायिक रूप में इस्तेमाल कर लाभ प्राप्त किया जाता है ।

खरगोश की प्रजातियां(Species of Rabbit)

हाइब्रिड खरगोशों की विभिन्न प्रजातियां (Species of Rabbits) पाई जाती हैं जो क्षेत्र की जलवायु , मौसम के अनुकूल रहने योग्य खरगोश प्रजातियों का चयन किया जाता है । ये प्रजाति न्यूजीलैंड व्हाइट, सोवियत चिलचिला, ब्राजील गैनजाइट के नाम से जानी जाती है । जो कि मांस उत्पादन के लिए उपयुक्त है ।

fig. Rabbit in cage

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हाइब्रिड खरगोशों की विशेषताएं(Quality of hybrid rabbits)

  • एक मादा खरगोश (female rabbit) हर 45 दिनों में बच्चे को जन्म देती है ।
  • एक मादा खरगोश एक बार में 4 से 6 अधिकतम 10 से 14 बच्चे होते हैं ।
  • एक मादा खरगोश से साल में 8 बार एवं 5 सालों में 40 बार बच्चे पैदा होते हैं ।
  • जन्म के 3 माह में बच्चों का वजन 2 से ढाई किलोग्राम तक हो जाता है ।
  • इन प्रजाति के खरगोशों में रोगों से लड़ने की क्षमता आम खरगोशों की अपेक्षा अधिक होती है ।
  • इन विशेषताओं के कारण ही हाइब्रिड खरगोशों का इस्तेमाल व्यवसाय में किया जाता है ।

Anya Vyavsay की तुलना में खरगोश पालन आसान (comparison of rabbit farming than other other farming)

  • अन्य व्यवसाय की तुलना में खरगोश पालन(rabbit farming)आसान है ।
  • खरगोश पालन व्यवसाय में पूंजी केवल एक बार ही लगानी होती है और इसका लाभ 5 सालों तक प्राप्त होता रहता है ।
  • इन खरगोशों का पालन पिंजरे में रखकर किया जाता है ।
  • एक यूनिट खरगोशों को रखने के लिए 10 x 10 की जगह पर्याप्त है ।
  • इन खरगोशों को किसी भी स्थान पर जैसे घर कमरा, छत, आंगन, बाड़ी इत्यादि जगहों पर रखा जा सकता है ।
  • इन खरगोशों के लिए किसी विशेष सेट बनाने की आवश्यकता नहीं होती । इनके लिए घास फूस, खपरैल, बांस पॉलीथिन की सेड उत्तम होती है ।
  • खरगोश सूखे चारे के रूप में चोकर, चुनी, भूसी, मक्का इत्यादि खाते हैं जो आसानी से सही जगह पर मिल जाता है ।
  • खरगोशों को हरा चारा के रूप में घास, बरसीम, Lucerne, रचका, अजोला ग्रास, सूबबूल, एवं सभी प्रकार के सब्जी में पेड़ों के पत्ते खिलाए जा सकते हैं ।
  • यह खरगोश किसी भी मौसम और परिवेश में रहने योग्य अपने आप को अनुकूल बना लेते हैं ।
  • प्रति खरगोश की 1 दिन की खुराक 100 से 150 ग्राम होती है
  • बाजार से खरीद कर खिलाया जाने पर खरगोश का भोजन खर्च मात्र 1.5 रुपए आता है ।
  • खरगोश पालन व्यवसाय में बिजली पानी की अधिक आवश्यकता नहीं पड़ती।
  • खरगोश पालन स्वयं या एक मजदूर के सहारे आसानी से किया जा सकता है।
  • अन्य जानवरों की तरह खरगोशों में घातक बीमारियां नहीं पाई जाती है।
  • यह व्यवसाय पूरी तरीके से टैक्स फ्री है ।

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खरगोशों का उपयोग( Use of Rabbits)

सामान्य रूप से 2 जगहों पर खरगोश उपयोग में लाए जाते हैं पहला भोजन के रूप में और दूसरा वैज्ञानिक परीक्षण व प्रयोगशालाओं में।

इसके अतिरिक्त खरगोशों की चमड़ी(खाल) अनेक प्रकार के खिलौने जैसे गुड़िया, पर, बेबीशूज, जैकेट एवं साजो समान की अनेक चीजें बनाई जाती है ।

खरगोश व्यवसाय से लाभ (Income to Rabbit Farming Business)

  • यदि आप 5 मिनट अर्थात 50 खरगोशों से व्यवसाय शुरू करते हैं जिसमें आपको 35 मादा एवं 15 नर खरगोश प्राप्त होते हैं ।
  • एक मादा खरगोश एक बार में 4 से 6 व अधिकतम 10 से 14 बच्चे देती है ।(हर 45 दिनों में)
  • यदि हम वहां ले कि एक मदद से केवल 4 बच्चे ही प्राप्त होते हैं । तो 35 मादा ☓ 4 बच्चे= 140 बच्चे प्राप्त हुए।
  • हाइब्रिड खरगोश के बच्चों का वजन 3 माह में 2 से 2.5 किलोग्राम तक हो जाता है ।
  • यदि आप 2 किलोग्राम वजन पर ही बच्चों को कंपनी में भेज देते हैं तो आपके पास 140 बच्चे x 2 किलोग्राम= 280 किलोग्राम
  • बहुत सारी कंपनियां आपसे ₹150 से ₹300 प्रति किलो की दर से बच्चों को खरीदने का कानूनी अनुबंध करती है। इस तरह आप खुद ही हिसाब लगा सकते हैं कि आपको खरगोश के साए में एक बार में कितना लाभ प्राप्त हुआ और यही लाभ आपको हर 45 दिनों में मिलता रहेगा । लगातार 5 सालों तक । क्योंकि हाइब्रिड मादा खरगोश हर 45 दिनों में बच्चे को जन्म देती है ।

व्यवसाय प्रारंभ कैसे करें (How to Start Rabbit Farming Business) 

  • खरगोश व्यवसाय में सहयोग करने वाली कंपनियां लगभग 25100 से 3000 रुपए में रजिस्ट्रेशन कराकर खरगोश पालन की सामग्रियां प्रदान करती है एवं प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराती है । रजिस्ट्रेशन केवल एक बार ही कराया जाता है।
  • खरगोश की प्रति यूनिट की लागत लगभग 30000 से ₹35000 रहते हैं ।
  • आप जितना भी यूनिट से व्यवसाय प्रारंभ करना चाहते हैं उतनी यूनिट की 50% राशि कंपनी में बैंक चेक डीडी, कैश के माध्यम से बुकिंग करा सकते हैं ।
  • यूनिट की बाकी शेष राशि खरगोश की डिलीवरी के पहले कंपनी में जमा कराना आवश्यक रहता है ।
  • कोई व्यवसाई तत्काल यूनिट प्राप्त करना चाहते हैं तो कंपनी में पूरी राशि जमा कर तत्काल खरगोश और सामग्रियां प्राप्त कर सकते हैं ।
  • अगर आप यूनिट बुक कराने चाहते हैं तो कंपनियां बुकिंग के 30 दिनों के अंदर आपके बताए हुए स्थान पर खरगोश पहुंचा कर देती है। यह सब सुविधाएं अलग-अलग खरगोश पालन कराने वाली कंपनियों के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है।

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खरगोश की प्रति यूनिट 30000 से ₹35000 में निम्नलिखित वस्तुएं दी जाती है( following material should be given per unit after registration)

  1. हाइब्रिड खरगोश का 7 मादा+ 3 नर
  2. पिंजरा 9 x3
  3. स्टैंड चार पीस
  4. डिलीवरी बॉक्स 7 नग
  5. प्लास्टिक शीट 1 नग
  6. खरगोश के खाने वाले बर्तन 20 नग
  7. डस्टबिन एक नग
  8. मेडिसिन की एक बॉक्स दो यूनिट पर
  9. रजिस्ट्रेशन कीट(सीडी. खरगोश पालन का बुक, बैंक लोन की कॉपी, ट्रेनिंग सर्टिफिकेट, बाय बैक एग्रीमेंट, एजोला कल्चर की सीडी, खरगोश की फोटो एल्बम। यह सब सामग्रियों के अलावा सामग्री और मिल सकता है और कुछ कम भी हो सकता है । अलग-अलग कंपनियों पर अलग-अलग सामग्रियां प्रदान करती हैं।

कंपनियों द्वारा व्यवसाई को प्रदान किए जाने वाले सुविधाएं निम्नलिखित है (following are the facilities provided by the companies to the businessmen)

  1. खरगोश पहुंचाने एवं बच्चों के लाने की निशुल्क व्यवस्था ।
  2. सभी यूनिट खरगोश कंपनी द्वारा बीमा कृत होते हैं ।
  3. यूनिट खरगोशों की आकस्मिक मृत्यु पर व्यवसाई को निशुल्क खरगोश देने की व्यवस्था(शर्तें लागू रहती है)
  4. खरगोश पैसा हेतु बैंक लोन दिलाने हेतु मार्गदर्शन ।
  5. खरगोश पालक कंपनी के टोल फ्री नंबर पर निशुल्क खरगोश पालन संबंधित जानकारियां , परेशानियों के बारे में जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। यह सब सुविधाएं भी कंपनियों के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं।

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