बिस्पाइरिबैक सोडियम 10% SC – धान में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली चुहरा और अन्य खरपतवार के लिए Best बननाशक/खरपतवार दवाई

बिस्पाइरिबैक सोडियम 10 % SC धान का बननाशक/खरपतवार नाशक दवाई 

यह सभी प्रकार के धान में उगने वाले चौड़े पत्ती और संकरी पत्ती खरपतवारों को मारने में सक्षम है । इसका उपयोग सूखे खेत में नहीं करना चाहिए , उपयोग के समय खेत में नमी या हल्का पानी होना अती आवश्यक है । यह धान के फसल को नहीं मारता ।

Table of Contents

बिस्पाइरिबैक सोडियम
Byspyribac-sodium

इसका बाजार नाम (Trade Name)

नॉमिनी गोल्ड (सबसे ज्यादा फेमस) – PI Industry का 

नरकिस (Narkis) – Adama company का 

Macho (Syngenta Company) का 

Adora (Bayer Company) का 

बहुउपयोगी अन्तर्प्रवाही खरपतवारनाशक बिस्पाइरिबैक सोडियम 10 % एस.सी. धान की फसल में उगने वाले विभिन्न प्रकार की घास, सेसेज़ व चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार का नियंत्रण करता है। इसका प्रयोग खरपतवार उगने के बाद किया जाता है।

उपयोग (निम्न खरपतवार को मारता है )

  1. सांवा (सांरा )
  2. धान (रोपित) जंगली धान, (जांली धान)
  3. इश्चीमस,
  4. (मुरैना घास)
  5. मारफुला (छतरी वाला मौथा)
  6. छत्तरी वाला मोथा (मोरफूल)
  7. फिब्रिस्टाइलिस (डूरी घास)
  8. भंगड़ा (भगंडा)
  9. महानली (मछनली)
  10. मोनोकोरिया (पानपत्ता)
  11. अल्टरनेन्थेरा (एलीगेटर)
  12. चुहरा

Bysparibac Sodium प्रति एकड़ में कितना डलता है ?

80-100 मिली लीटर प्रति एकड़ 120-150 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करना होता है ।

बन नाशक छिड़काव का सही समय 

पौध शाला/रोपित धान के लिए उचित समय है अधिकतर खरपतवार उगने के पश्चात अर्थात नर्सरी धान के लिए 10 से 12 दिन बुआई के पश्चात एवं रोपित धान के लिए 10 से 15 दिन रोपाई के पश्चात 3 से 4 पत्ती की अवस्था में मिट्टी एवं वातावरणीय परिस्थितियों के अनुरूप छिड़काव करें।

सीधी बिजाई धान के लिए 

छिड़काव का उचित समय बुआई के 15 से 25 दिन पश्चात है ।

बन नाशक दवाई के लिए छिड़काव यंत्र

हाई वॉल्युम स्प्रेयर जैसे नैपसेक स्प्रेयर जिस पर फ्लैट फैन या फ्लंड जेट नोजल लगे हुए यंत्र का प्रयोग करें।

बन नाशक उपयोग के लिये निर्देश

इस्तेमाल से पहले बोतल को अच्छी तरह हिलायें। उत्पाद की वांछित मात्रा को थोड़े से पानी के साथ घोल तैयार कर लें। इसके बाद यह घोल शेष पानी में डालकर मिलायें ।

बिस्पाइरिबैक सोडियम खरपतवार नाशक का उपयोग विधि 

खरपतवारनाशक के उपयोग से पहले वांछित क्षेत्र से पानी निकाल दें। उपचार के एक दिन बाद खेत को पुनः पानी से भर दें व 10 दिन तक पानी को उपचारित क्षेत्र में बनायें।

खरपतवार नाशक छिड़काव के निर्देश

हवा के रुख व बहाव के साथ छिड़काव करें छिड़काव समान रूप से करें।

बन नाशक छिड़काव में रखने वाले सावधानियाँ

1. खाद्यसामग्री और पशुओं के चारे से दूर रखें।

2. त्वचा तथा आँखों के सम्पर्क से बचायें।

3. छिड़काव की वाष्प को सांस द्वारा अन्दर जाने से बचायें।

4. छिड़काव के बाद दूषित कपड़ों और शरीर खाना, के अंगों के अच्छी तरह धोएं।

5. छिड़काव के दौरान धूम्रपान, पीना और तम्बाकु इत्यादि का सेवन न करें ।

बन नाशक विष के लक्षण

कमजोरी, उल्टी, मुँह से लार आना व अतिसार ।

बन नाशक विष के लिए प्राथमिक चिकित्सा

1. यदि निगल जाये तो गले के पीछे गुदगुदी करके उल्टी करायें । यदि मरीज बेहोश हो तो उल्टी न करायें ।

2. यदि कपड़े और त्वचा दूषित हो जाये तो कपड़े उतार दें और दूषित त्वचा को पर्याप्त मात्रा में साबुन और पानी से धोएं।

3. यदि आखें दूषित हो जाएं तो उनको काफी मात्रा में साफ पानी से लगभग 10 से 15 मिनट तक धोएं।

4. यदि सांस द्वारा अन्दर गया हो तो रोगी को शुद्ध हवा में ला जायें । चिकित्सक से संपर्क करें।

विष नाशक दवाई 

कोई विशिष्ट विषनाशक नहीं है। लक्षणानुसार इलाज करें।

खरपतवार नाशक दवाई का संग्रहण की शर्ते

1. खरपतवारनाशक के डिब्बों को अलग कमरे अथवा जगह में खाद्य पदार्थ रखे जाने वाले कमरे अथवा जगह से अलग अलमारियों में ताला चाबी के अन्दर रखना चाहिए।

2. वो कमरे या आहाते जहाँ खरपतवारनाशक रखा गया है सुनिर्मित, सुखी, प्रकाशपूर्ण, हवादार,पर्याप्त आयामों हों जहां खरपतवार की कोई भी बाष्प द्वारा वातावरण दुषित न हों।

दवाई वाले खाली डिब्बों का निपटारा की विधि 

1 ख़ाली डिब्बों को उपयोग के बाद तोड़ कर आबादी से दूर जमीन में गाढ़ दें ।

2. उपयोग के बाद खाली डिब्बों को दुबारा उपयोग में न लाएं अतः बाहर खुला ना छोड़ें।

3. बची हुई खरपतवारनाशक, साधनों के धोवन का योग्य रीति से निपटारा करना चाहिए जिससे पीने का पानी तथा वातावरण दूषित होने का डर न रहे।
खाली डिब्बों का दुबारा इस्तेमाल करना खतरनाक है।

इस दवाई के उपयोग में चेतावनी 

1. पत्रिका व लेबल मे दिये हुये फसलो व खरपतवार के अलावा अन्य के लिये उपयोगित नही है।

2. फसल पैदावार के बाद इसका प्रयोग नही करे।

3. पर्ची पर निर्दिष्ट उल्लेख के अनुसार प्रयोग के बाद कंटेनर (डिब्बे) को नष्ट कर दें।

4. उन क्षेत्रों में इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए जहां मछली पालन / एक्वाकल्चर प्रचलित है।

नोट (Feedback) – Byspyribac Sodium के साथ Metsulphuron Methyl जो adama कंपनी का Wirazer या almix के नाम से बाजार में मिलता है , यह  चौड़ी पत्ती के लिए बहुत अच्छा काम करती है , दोनों को मिलकर बहुत से किसानों द्वारा छिड़काव किया जाता है । रिजल्ट बहुत अच्छा आता है । 

wirazer
Metsulphuron methyl

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